देश | PUBLISHED BY: GARIMA-TIMES | PUBLISHED ON: 26 JAN, 2022
IAF की झांकी में दिखीं राफेल की इकलौती महिला फाइटर पायलट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह
नई दिल्ली। देश ने बुधवार को अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस बार की गणतंत्र दिवस की परेड में ऐसा बहुत कुछ था जो देश ने पहली बार देखा था। राजपथ पर परेड में भारत की शक्ति दिखी, वहीं नारी शक्ति ने भी अपनी मौजूदगी दिखाई। एयरफोर्स की झांकी पर राफेल जेट की पहली महिला फाइटर पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह नजर आईं। वह वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनने वाली दूसरी महिला लड़ाकू विमान पायलट हैं। पिछले साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनने वाली देश की पहली महिला लड़ाकू विमान पायलट थीं। वहीं गणतंत्र दिवस के मौके पर शिवांगी सिंह की तस्वीर को कोट करते हुए बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने लिखा - 'हां, आपने उन्हें दिखा दिया शिवांगी! आप हमारी राफेल रानी हो। '
एयरफोर्स की झांकी का हिस्सा रही फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी। वाराणसी की शिवांगी 2017 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुईंं। 2020 में भारत में राफेल की पहली खेप आई थी, जिससे अंबाला एयरबेस पर लैंड कराया गया था। शिवांगी को फाइटर विमान राफेल के स्क्वाड्रन गोल्डन ऐरो में पहली महिला फ्लाइट लेफ्टिनेंट के तौर पर शामिल किया गया। शिवांगी बीएचयू में कैडेट कोर में 7 यूपी विंग का हिस्सा रह चुकी हैं। इससे पहले शिवांगी ने 2013 में दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान उत्तर प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व किया था। शिवांगी मिग-21 में उड़ान भर चुकी हैं। इसके अलावा शिवांगी राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर पर लगे एयरबेस पर भी तैनात रह चुकी हैं।
वाराणसी से ताल्लुक रखने वाली शिवांगी सिंह 2017 में वायु सेना में शामिल हुई थीं और महिला लड़ाकू विमान पायलटों के वायु सेना के दूसरे बैच में शामिल हुईं। राफेल उड़ाने से पहले वह मिग-21 बाइसन विमान उड़ाती रही हैं। वह पंजाब के अंबाला स्थित वायु सेना के गोल्डन ऐरोज स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं। वायु सेना की झांकी का शीर्षक 'भारतीय वायु सेना, भविष्य के लिए परिवर्तन' है। झांकी में मिग-21, जी-नेट, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ-साथ अश्लेषा रडार भी प्रदर्शित किए गए हैं।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी छोटी उम्र से ही एविएशन की तरफ जाना चाहती थीं। वाराणसी में स्कूल के बाद, वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) पढ़ाई करने के लिए चली गयीं, जहां वे राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) में 7 यूपी एयर स्क्वाड्रन का हिस्सा थीं। उन्होंने साइंस में अपनी ग्रेजुएशन की है। इसके बाद वह 2016 में ट्रेनिंग के लिए एयर फाॅर्स अकडेमी चली गईं। बता दें शिवांगी सिंह फुलवरिया इलाके में रहने वाले कारोबारी कुमारेश्वर सिंह की बेटी हैं। उनके नाना भी भारतीय सेना में थे और उन्हीं से लेफ्टिनेंट शिवांगी को प्रेरणा मिली और वह भी देश की सेवा करने के लिए वायुसेना मे भर्ती हो गईं।
लेफ्टिनेंट शिवांगी फाइटर पायलटों के दूसरे बैच में 2017 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुई थीं। 2017 में अपनी कमीशनिंग के बाद से ही वे मिग-21 बाइसन उड़ा रही हैं। वे भारत के सबसे प्रसिद्ध फाइटर पायलटों में से एक- विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान के साथ भी उड़ान भर चुकी हैं। लेफ्टिनेंट शिवांगी की मां सीमा सिंह एक इंटरव्यू में कहती हैं कि उनकी बेटी के मन में डर तो कभी था ही नहीं। शुरू से ही उन्हें जहाजों में रुचि थी। वे बताती हैं कि शिवांगी बच्चों में आसमान में जहाज उड़ता देख बहुत खुश होती थी और अक्सर पायलट का ड्रेस तस्वीरों में देख कर कहती थीं कि एक दिन मैं भी इस ड्रेस को पहनूंगी। इसी हौसले और जज्बे ने शिवांगी को राफेल की इकलौती महिला फाइटर पायलट बना दिया है।
आपको बता दें, गणतंत्र दिवस की परेड में भारतीय वायु सेना की झांकी 'भविष्य के लिए भारतीय वायु सेना का परिवर्तन' विषय पर आधारित थी। राफेल फाइटर जेट के छोटे मॉडल, देश में विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) और 3D सर्विलांस रडार अस्लेशा MK-1 फ्लोट भी इस झांकी का हिस्सा थे।इसमें मिग -21 विमान का एक छोटा मॉडल भी शामिल था जिसने 1971 के युद्ध में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी, साथ ही साथ भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित विमान Gnat का एक मॉडल भी इसमें शामिल था।
वही परेड के दौरान आर्मी ऑर्डिनेंस कोर की लेफ्टिनेंट मनीषा बोहरा ने एक पुरुष दल का नेतृत्व किया। वहीं, इंडियन नेवी की झांकी की अगुआई लेफ्टिनेंट प्रीति ने की है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सीमा भवानी के नेतृत्व में मोटरसाइकिल टीम ने गणतंत्र दिवस परेड में हैरतअंगेज करतब दिखाए। इसके अलावा तीनों सेनाओं ने अपनी ताकत दिखाई और विभिन्न राज्यों की झांकियों ने अपने सांस्कृतिक रंग बिखेरे। लोहाघाट के खूना बोरा की बेटी और आर्मी ऑर्डिनेंस कोर की लेफ्टिनेंट मनीषा बोहरा ने एक पुरुष दल का नेतृत्व किया। परेड में शामिल होने से पहले लेफ्टिनेंट बोहरा ने कहा, "गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेना हम सभी के लिए बड़े सम्मान की बात है और हम सभी इसके लिए काफी मेहनत कर रहे हैं।''
गणतंत्र दिवस परेड में इंडियन नेवी की झांकी का नेतृत्व नेवी कमांडर लेफ्टिनेंट प्रीति ने किया।
परेड में लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी।