Haryana Health Infrastructure: चंडीगढ़ | हरियाणा की स्वास्थ्य व्यवस्था जल्द ही काफी बेहतर होने जा रही है। केंद्र सरकार की ओर से हरियाणा की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत 110 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बीते दिन हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ समीक्षा बैठक की।
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा राज्य को केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत 110 करोड़ रूपये मिले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वर्ष 2022-23 के दौरान इस मिशन के तहत करनाल, पलवल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में इंटीग्रेटेड जिला पब्लिक हेल्थ लैब का निर्माण और उन्नयन किया जाएगा, जिस पर लगभग 5 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके अलावा, जींद, झज्जर, और बी के अस्पताल, फरीदाबाद में 50-50 बेड के तीन क्रिटिकल केयर ब्लॉक भी बनाए जाएंगे। जिन पर लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत आएगी। साथ ही, राजकीय मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां में लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत से 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाया जाएगा।
वित्त वर्ष 2022-24 तब हरियाणा को मिली इतनी करोड़ राशि की स्वीकृति
संजीव कौशिक ने बैठक के दौरान बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन के लिए भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1445.13 करोड़ रुपये के रिसोर्स एनवैलप के विरूद्ध 1443.27 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2023-24 के लिए 1284.14 करोड रुपये के रिसोर्स एनवेलप के विरूद्ध 1012.12 करोड रुपये की राशि हेतु प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। इस प्रकार वित्त वर्ष 2022-24 के लिए कुल 2455.39 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में पहले से चल रही कैथ लैब के अलावा अन्य जगहों पर भी कैथ लैब स्थापित करने की संभावनाएं तलाशी जाएं। साथ ही, निजी क्षेत्र में स्थापित बड़े मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के सरकार के साथ सहयोग के लिए भी एक मसौदा तैयार किया जाए।