Saturday, November 23, 2024
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हिसार लघु सचिवालय में धरने पर बैठे किसान, बीमा क्लेम की मांग को लेकर किया जोरदार प्रदर्शन

हिसार। हिसार में लघु सचिवालय में पगड़ी संभाल जट्टा किसान यूनियन के बैनर तले जिले के किसान ट्रैक्टर व ट्राली लेकर पहुंचे। लंबित पड़े बीमा क्लेम की मांग को लेकर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि लंबित पड़े बीमा क्लेम व अन्य मांगों को 31 दिसंबर तक पूरा किया जाएगा। किसानों ने प्रशासन को 26 जनवरी तक का समय दिया गया। इसके बाद पक्का मोर्चा लगाया जाएगा।

किसान नेता संदीप सिवाच ने बताया कि 72 गांवों का वर्ष 2022 का फसल खराबे का बीमा क्लेम रुका हुआ है। 6-7 महीनों से किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर पक्का मोर्चा चलाया था। जिला प्रशासन द्वारा 15 दिन में क्लेम राशि देने आश्वासन के बाद पक्का मोर्चा को समाप्त किया था। लेकिन करीब 80 दिन हो जाने के बाद भी किसानों को उनका हक नही मिला है।

इसी के चलते एक बार फिर से जिले के किसान ट्रेक्टर-ट्राली लेकर लघु सचिवालय में पहुंचे है। बैठक में बताया गया कि 40 हजार किसानों से सीएससी सेंटर के माध्यम से बीमा करवाया था। इसका फसल बीमा क्लेम कंपनी देना नही चाहती है। वही सन 2020 में सफेद मक्खी से खराब हुए कपास की फसल का मुआवजा अभी तक नही मिला है।

वह मुआवजा तहसीलदार के खाते में पड़ा हुआ है, जिसे बांटा नही जा रहा है। इन मांगों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया है। इन मांगों को लेकर जिला प्रशासन ने 31 दिसंबर तक का समय मांगा है। किसान नेता ने बताया कि प्रशासन को 26 जनवरी तक का समय दिया गया है।

किसानों ने बताया कि 26 जनवरी तक उनकी मांगे पूरी नही होती तो लघु सचिवालय में किसान सैकड़ों की संख्या में किसान आएंगे। वही तिरंगा फहराया जाएगा और आंदोलन की नई रूप रेखा तय की जाएगी। सतीश बेनीवाल ने बताया कि किसानों का वर्ष 2022 का करीब 150 करोड़ मुआवजा पेंडिंग है। जो अभी तक किसानों को नही मिला है। 72 गांव में एक रूपए का बीमा क्लेम का नही आया है।

वही सरकार द्वारा काटा गया कपास का प्रीमियम वापस किसानों के खाते में डाला जा रहा है। अब किसानों की इस साल कपास की फसल खराब हुई है। उसका मुआवजा कैसे मिलेगा। इन मुद्दों पर जिला प्रशासन से बातचीत की गई है।

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