पानीपत। नवरात्रों में लोग देवी मां को प्रसन्न करने के लिए दिन रात आस्था से सरोबार रहते हैं और अष्टमी के दिन पूजन के लिए कंजकों को ढूंढते दिखाई देते हैं। उन्हें तरह तरह से प्रेम मनुहार कर अपने घर लाकर उनका पूजन करते हैं। लेकिन इन्ही नवरात्रों में सिर्फ एक दिन की कंजक को निर्दयी माँ रात के समय मंदिर में भगवान के सहारे बेसहारा छोड़ गई। श्रदालुओं ने बच्ची की रोने की आवाज सुनी और वहां पहुंचकर बच्ची को लावारिश हालत में पड़े हुए देखा। उन्होंने इसकी सूचना मंदिर प्रधान को दी और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुचकर नवजात को अस्पताल भिजवाया। मामला पानीपत शहर के मॉडल टाउन स्थित सनातन धर्म मंदिर का है।
जानकारी के अनुसार नवरात्र के 5वें दिन मॉडल टाउन स्थित सनातन धर्म मंदिर में कोई नवजात बच्ची को छोड़ गया। बच्ची भूख से बिलखने लगी और जोर जोर से रो रही थी, जिसे मंदिर में दर्शन करने आई एक श्रद्धालु ने बच्ची की रोने की आवाज सुनी। उसने ढूंढा तो पास में ही हनुमान की मूर्ति के चरणों में कपड़े में नवजात बच्ची थी। नवजात गर्म कपड़े पहने हुई थी और कंबल से लिपटी हुई थी। बताया जा रहा है कि नवजात के माथे पर लाल सिंदूर का टीका लगा हुआ था और सिर पर कन्या पूजन वाली चुनरी भी रखी हुई थी।
मॉडल टाउन की रहने वाली ज्योत्सना ने बताया कि वह वीरवार को रात नौ बजे मॉडल टाउन स्थित सनातन धर्म मंदिर में पूजा करने गई थी। इसी बीच उसे बच्ची की रोने की आवाज सुनी। उसने ढूंढा तो पास में ही हनुमान की मूर्ति के चरणों में कपड़े में नवजात बच्ची थी। श्रद्धालु महिला पहले ने बच्ची की दूध पिलाकर भूख को शांत किया और इसकी सूचना मंदिर प्रधान को दी। प्रधान ने मामले के बारे में पुलिस को अवगत करवाया।
पुलिस को दी शिकायत में तरूण गांधी ने बताया कि वह मॉडल टाउन का रहने वाला है। हाल में वह मॉडल टाउन स्थित सनातन धर्म मंदिर में रहता है। वह मंदिर का प्रधान भी है। गुरुवार रात वह श्याम मंदिर में आयोजित रामलीला में सेवा कर रहा था। इसी दौरान उसे सूचना मिली कि हनुमान मंदिर में कोई अज्ञात व्यक्ति करीब 2 दिन की बच्ची को लावारिस छोड़कर गया है। सूचना मिलने पर वह तुरंत मौके पर पहुंचा। वहां से बच्ची को उठाया और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने प्रधान की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने बच्ची को सिविल अस्पताल के नवजात शिशु केयर सेंटर में भर्ती करवाया जहां 3 किलो वजन की बच्ची स्वस्थ है। पुलिस ने अनुसार बच्ची का जन्म 1-2 दिन पहले होने का अनुमान है। बच्ची के माथे पर तिलक और सिर पर चुनरी से इसे तांत्रिक क्रिया का अंदेशा मानकर भी देखा जा रहा है। पुलिस बच्ची को फेंक कर जाने वाली महिला की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस वहां के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।
गौरतलब है कि नवजात बच्चों को लावारिस हालत में छोड़ने का यह पानीपत में एक महीने में दूसरा मामला है। इससे पहले अक्टूबर के पहले सप्ताह में नागरिक अस्पताल में भी एक किशोरी ने नवजात को शौचालय में लावारिस छोड़ दिया था बाद में पुलिस ने उसे किशोरी और उसकी मां समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। उस बच्चे का भी सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।