रोहतक। रोहतक शहरी क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति को लेकर शहरी जनता की नाराजगी लगातार सामने आ रही है। हालात यह हैं कि कई कालोनियों के लोग लगातार जनस्वास्थ्य विभाग से शिकायत कर रहे हैं। लेकिन दूषित पानी की आपूर्ति से निजात नहीं मिल रही। हालात यह हैं कि पिछले एक सप्ताह से लगातार जनस्वास्थ्य विभाग से अधिकारियों से शिकायत की जा रही है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। स्थानीय लोगों ने संबंधित प्रकरण में सोमवार को उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है। दूसरी ओर, पिछले करीब 15 दिनों से जल संकट का सामना कर रहे रोहतक शहर में जेएलएन नहर का पानी सोमवार की रात तक पहुंच जाएगा।
गांधी कैंप निवासी एवं पूर्व मनोनीत पार्षद मदनलाल कुरड़ा ने बताया कि चिन्योट कलोनी, पटेल नगर, गीता विद्या मंदिर वाली गली और नीलकंठ वाली गली में पिछले करीब 15-20 दिनों से दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। पूरे प्रकरण में जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी शिकायत की है। यहां पहले भी दूषित पानी की आपूर्ति हो रही थी, कुछ दिनों तक राहत मिली। अब दोबारा से बदबूदार और सीवरेज मिश्रित दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। यहां अक्सर सीवरेज ओवरफ्लो की शिकायत रहती है। जब-जब सीवरेज ओवरफ्लो होते हैं, तब-तब यहां दूषित पानी आता है। दूसरी ओर, प्रेम नगर में साफ पानी की आपूर्ति होने लगी है। अधिवक्ता जगदीश खत्री ने बताया कि पिछले करीब आठ-दस दिनों से दूषित पानी की आपूर्ति हो रही थी, अब साफ पानी आने लगा है। इस प्रकरण में अधिवक्ता ने विभागीय अधिकारियों से भी शिकायत की थी।
यही कारण है कि जनस्वास्थ्य विभाग ने दूषित पानी की आपूर्ति से स्थाई तौर से राहत दिलाने के लिए योजना तय की है। फिलहाल 10 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया है। जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ राजेश कुमार के मुताबिक, अभी तक दूषित पानी से निजात दिलाने के लिए प्रस्तावित एस्टीमेट तैयार किया है। इसमें शहरी क्षेत्र की कालोनियों में करीब सौ किमी. से अधिक पुरानी जर्जर लाइन बदलने की योजना है। हालांकि संबंधित कार्य निगम कराएगा या जनस्वास्थ्य विभाग, इसे लेकर आखिरी फैसला नहीं हो सका है। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही मुख्यालय स्तर से निर्णय होगा, इसके बाद ही काम कराने के लिए फाइनल प्रस्ताव तैयार होगा। टेंडर भी होंगे।
जेएलएन नहर के एक्सईएन अरुण मुंजाल ने बताया कि रोस्टर के मुताबिक अगले 16 दिनों तक नहरी पानी मिलेगा। नहरी पानी अभी तक सूचना मिली है कि 2200 क्यूसेक छोड़ा जाएगा। बता दें कि जेएलएन नहर से 25 दिसंबर से पानी की आपूर्ति बंद है। जबकि पांच जनवरी से भालौठ नहर से पानी की आपूर्ति ठप है। इसलिए शहरी क्षेत्र में एक ही वक्त पानी की आपूर्ति हो रही है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि नहरी पानी मिलने के बाद ही दोनों वक्त पेयजल भालौठ नहर से पानी की आपूर्ति होगी।