Chaita Navratri: कुछ दिनों में ही चैत्र नवरात्र (Chaita Navratri) शुरु होने वाले हैं। इन दिनों में चित्रकूट के काली मंदिर में श्रद्धालुओं की खूब भीड़ रहती है। कहते हैं कि जो भी भक्त मनोकामना लेकर काली मंदिर में आता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। नवरात्र के दिनों में मध्यप्रदेश के जनपद चित्रकूट की पुरानी बाजार स्थित काली देवी का महत्व अधिक बढ़ जाता है। कोलकाता से मां काली की प्रतिमा लायी गई थी जिसे इस मंदिर में स्थापित किया गया।
पूरे जिले में ये है खास मंदिर (Chaita Navratri)
पूरे जिले में मां काली का ये खास मंदिर है जहां हर श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आता है। चित्रकूट के काली मंदिर का महत्व इसलिए अधिक है यहां माता का जो अवतार है वह कोलकाता से लाकर स्थापित किया गया है। चैत्र नवरात्र के दिनों में लाखों की संख्या में मंदिर में आकर 9 दिनों तक पूजा अर्चना करते हैं। जिससे माता प्रसन्न होकर उन्हें वरदान देती है ऐसी श्रद्धालुओं का मानना है।
22 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत
22 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च को सुबह 6:23 से लेकर 7:32 तक रहेगा यानी कि आपको एक घंटा 9 मिनट का वक्त मिलेगा। चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से होगी। अगले दिन 22 मार्च 2023 को रात 8 बजकर 20 मिनट पर इस तिथि का समापन भी होगा। वहीं उदया तिथि के अनुसार नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023 से होगी।
जलेबी और रबड़ी से माइग्रेन का इलाज
प्रथम दिन मां शैलपुत्री पूजा,द्वितीय दिन मां ब्रह्मचारिणी पूजा, तृतीय दिन मां चंद्रघंटा पूजा, चतुर्थ दिन मां कुष्मांडा पूजा, पांचवा दिन मां स्कंदमाता पूजा,छठवां दिन मां कात्यानी पूजा, सातवां दिन मां कालरात्रि पूजा,आठवां दिन मां महागौरी पूजा, 9वा दिन सिद्धिदात्री पूजा की जायेगी।।