Friday, March 29, 2024
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हरियाणा में रैपिड रेल के एक साथ 2 प्रोजेक्ट को मंजूरी, इन इलाकों को मिलेगा फायदा

दिल्ली-मेरठ के बाद जल्द ही हरियाणा में भी रैपिड रेल दौड़ती नजर आएगी। दिल्ली-एसएनबी और दिल्ली-पानीपत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) प्रोजेक्ट को हरियाणा सरकार ने मंजूरी दे दी है।

गुरुग्राम। हरियाणा में भी रैपिड रेल (Rapid Rail) जल्द ही पटरियों पर दौड़ती नजर आएगी। दिल्ली- गुरुग्राम- शाहजहांपुर- नीमराणा- बहरोड़ अलवर और दिल्ली से पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना को हरियाणा सरकार ने सोमवार को मंजूरी दे दी है। मंजूरी के बाद अब योजना की फाइल केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। दिल्ली-अलवर रैपिड रेल प्रोजेक्ट की कुल लंबाई करीब 200 किलोमीटर होगी।

दिल्ली-मेरठ रैपिडेक्स का काम तेजी से जारी है। इसी बीच हरियाणा-राजस्थान के दरमियान नए रैपिड रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। वैसे इसे दिल्ली और राजस्थान सरकार पहले ही अनुमति दे चुके थे। अब हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली-अलवर रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के दिल्ली-एसएनबी फेज को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट को अब केंद्र सरकार से अनुमति मिलना बाकी है। हरियाणा में सोमवार को मुख्य संजीव कौशल की अध्यक्षता में इसे लेकर बैठक हुई थी।

बैठक में प्रोजेक्ट से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां उन्हें दी गईं। दिल्ली-अलवर रैपिड रेल से दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के लोगों को लाभ होगा। अपने सफर के दौरान ट्रेन गुरुग्राम, शाहजहांपुर, नीमराना और बेहरोड़ से होते हुए अलवर पहुंचेगी। दिल्ली-एसएनबी आरआरटीएस कॉरिडोर की लंबाई 107 किलोमीटर होगी। इसमें 70 किलोमीटर रूट एलिवेटेड (पुल पर) होगा और बचा हुई रूट अंडरग्राउंड होगा।

यह प्रोजेक्ट भले ही 3 राज्यों से होकर गुजरेगा लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा हरियाणा में ही होगा. हरियाणा में यह रैपिड रेल 83 किलोमीटर, दिल्ली में 23 किलोमीटर और राजस्थान में केवल 2 किलोमीटर का सफर तय करेगी। दिल्ली-अलवर रैपिड रेल के लिए कुल 16 स्टेशन बनाए जाएंगे. इनमें से 9 एलिवेटेड और 6 अंडग्राउंड होंगे। वहीं, एक स्टेशन का निर्माण एट-ग्रेड लेवल पर होगा।

दिल्ली में इसकी शुरुआत सराय काले खां से होगी। इसके बाद आईएनए, मुनिरका, एरोसिटी, उद्योग विहार, गुरुग्राम सेक्टर 17, राजीव चौक, खेड़की दौला, मानेसर, पंचगांव, बिलासपुर चौक, धारुहेड़ा, एमबीआईआर, रेवाड़ी, बावल होते हुए एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़) पहुंचेगी। एसएनबी स्टेशन हरियाणा-राजस्थान की सीमा के नजदीक होगा। इसके बाद फिर एसएनबी से अलवर तक के लिए रैपिड रेल कॉरिडोर का निर्माण होगा। गौरतलब है कि एसएनबी से सौतानाला के लिए भी रैपिड रेल कॉरिडोर बनेगा। इसकी लंबाई 35 किलोमीटर होगी। ये तीनों कॉरिडोर दिल्ली-अलवर रैपिड रेल प्रोजेक्ट का ही हिस्सा हैं। इस तरह से दिल्ली-अलवर रैपिड रेल प्रोडेक्ट करीब 200 किलोमीटर का होगा।

इसका निर्माण नेशनल कैपिटल रेल ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) के द्वारा किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के 2028 तक पूरा होने की संभावना है। खबर के अनुसार, इस प्रोजेक्ट में 37000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस रूट पर रैपिड रेल अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी। हालांकि, सुरक्षा कारणों से ट्रेन को 160 kmph पर ही चलाया जाएगा।

दिल्ली से पानीपत के बीच 103 किलोमीटर के रैपिड रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है। इस पर करीब 37500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस रूट पर 91.5 किलोमीटर ट्रैक अंडरग्राउंड होगा। वहीं, बाकी बचा 11.5 किलोमीटर ट्रैक एलिवेटेड बनेगा। दिल्ली-पानीपत रूट पर सराय काले खां, इंद्रप्रस्थ, कश्मीरी गेट, बुराड़ी क्रॉसिंग, मुकरबा चौक, अलीपुर, कुंडली, केएमपी इंटरचेंज, आरजीईसी, मुरथल, बाड़ही, गन्नौर, समलखा, पानीपत दक्षिण, पानीपत उत्तर और पानीपत डिपो स्टेशन बनाए जाएंगे।

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