Hisar : ई-टेंडरिंग को रद्द करने की मांग को लेकर हिसार में धरने पर बैठे सरपंचों को रौद्र रुप देखने को मिला। बराड़ा चौक पर सरपंचों ने मिलकर पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंका और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुतला फूंकने से पहले खंड विकास कार्यालय से पुतले की शव यात्रा निकाली गई इस दौरान सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की गई।
धरने के 8वें दिन प्रदर्शन कर रहे सरपंचों का किसानों ने भी साथ दिया। किसान भाकियू के झंडे लेकर धरने पर बैठे रहे। इस दौरान सुखदीप मोहड़ी और वकील विक्रम अटवान ने कहा कि आज हरियाणा के सभी बीडीपीओ कार्यालय के बाहर पुतले फूंके गए हैं और यदि सरकार ने जल्द ही ई-टेंडरिंग रद्द न की तो आंदोलन इससे भी तेज किए जायेंगे। वहीं डोबी गांव सरपंच आजाद सिंह ने कहा कि एक ओर तो सरकार पढ़ी लिखी पंचायतें बनाने की बात करके वाह वाही लूट रही है, वहीं इन पढ़ी लिखी पंचायतों को पंगु बनाकर गांवों के विकास कार्य बाधित किए जा रहे हैं।
आजाद सिंह ने कहा कि जब सरपंच के पास काम करने की ही पावर नहीं होगी तो पंचायत पढ़ी लिखी हो या अनपढ़, बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। 24 जनवरी को हम लोग पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर सरपंच प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन को मांग पत्र सौंपेगे।
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एसोसिएशन सचिव पवन खरींडवा और राकेश रावा ने कहा कि हरियाणा सरकार को पहले अपने उन नेताओं की जांच करवानी चाहिए जो इस भ्रष्ट्राचार में मिले हुए हैं। सरकार में आने से पहले जो अपनी कारों के टायर भी नहीं बदलवा सकते थे, लेकिन आज वह करोड़ों के मालिक हैं। दाऊमाजरा सरपंच रणदीप सिंह और नरेन्द्र बड़ाम ने कहा कि ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया काफी जटिल है और इस चक्कर में गांव में न तो विकास समय पर होगा और न ही गुणवत्तायुक्त होगा।
इस मौके पर किसान ब्लॉक अध्यक्ष तरसेम गौरीपुर, लाभ सिंह, किसान नेता सुखविन्द्र भूखड़ी, देवी लाल खरींडवा, पवन खरींडवा, जयपाल खानपुर, साहब सिंह जैनपुर, रिंकू बैरागी, गुरबख्श सिंह नलवी, रणदीप सिंह दाऊमाजरा, सतीश संभालखी, अरविन्द्र सिंह, सुखवंत सिंह बोरीपुर, अमरबीर सिंह, चरणप्रीत, दुलार सिंह सहित बड़ी संख्या में सरपंच मौजूद रहे।