Amritpal, खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह को पंजाब में मोगा के रोडे़ गांव में लगभग सात महीने पहले आयोजित एक कार्यक्रम में संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था। इस संगठन की स्थापना अभिनेता एवं कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा की गई थी।
दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। रोडे़ गांव में ‘दस्तार बंदी’ (पगड़ी बांधना) कार्यक्रम में 29 सितंबर, 2022 को अमृतपाल सिंह को ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था। रोडे़ मृतक आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का पैतृक गांव है।
अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला में सैकड़ों हथियारबंद लोगों द्वारा एक थाने में घुसने की घटना के केंद्र में रहा 29 वर्षीय अमृतपाल वह नाम है जिसने केंद्र और राज्य, दोनों सरकार को निशाने पर लिया।
अमृतपाल को मोगा जिले में रोडे़ गांव से रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। वह एक महीने से अधिक समय से फरार था। पुलिस ने कहा कि अमृतपाल को असम के डिब्रूगढ़ में एक जेल भेज दिया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने एक वीडियो में अमृतपाल द्वारा किए गए दावे को खारिज किया। सोशल मीडिया पर आए इस वीडियो में अमृतपाल ने आत्मसमर्पण करने का दावा किया था।
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वीडियो में अमृतपाल को यह कहते सुना जा सकता है, ईश्वर की अदालत में मैं दोषी नहीं हूं, लेकिन दुनिया की अदालत में मैं दोषी हो सकता हूं। रविवार को अमृतपाल का एक और वीडियो सामने आया, जिसमें उसे भिंडरावाले की एक तस्वीर के सामने सिर झुकाते देखा जा सकता है।
अमृतपाल, भिंडरावाले की तरह कपड़े पहनता है। वह सफेद चोला और गहरे नीले रंग की पगड़ी पहने तथा अक्सर हथियारबंद समर्थकों के साथ घिरा रहता था और उग्र भाषण देता था। अमृतपाल की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने उसके अहम सहयोगी पपलप्रीत सिंह और जोगा सिंह को गिरफ्तार किया था।