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जनस्वास्थ्य विभाग की गजब कारनामा, पानी का कनेक्शन नहीं, भेज
Friday, November 22, 2024
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जनस्वास्थ्य विभाग की गजब कारनामा, पानी का कनेक्शन नहीं, भेज दिए बिल

पब्लिक हेल्थ के एसडीई कार्यालय पर पहुंचे शीतल नगर के लोग, कहा -2015 में उपभोक्ताओं से ₹ 2270 वसूले, नहीं दिया पानी का कनेक्शन, अब 8 साल बाद भेजा बिल

रोहतक। जनस्वास्थ्य विभाग के गजब कारनामें प्रदेश सरकार की ओर से हर घर पानी कनेक्शन पहुंचाने के दावे को ठेंगा दिखा रही है। नगर निगम के वार्ड-21 अंतर्गत शीतल नगर में गली नंबर चार का मामला इसका सबूत है। जहां पर बिना पाइप लाइन बिछाए ही उपभोक्ताओं को पानी के बिल भेज दिए गए हैं। इससे नाराज कॉलोनी वासियों ने सोनीपत रोड पर प्रथम जलघर स्थित एसडीई कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

इस दौरान उन्होंने अधिकारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया। जबकि एसडीई राजेश कुमार ने कहा कि लोगों ने कार्यालय पहुंचते ही तू तड़ाक से बात शुरू कर दी। सुबह लगभग 11 बजे शीतल नगर निवासी महिला पुरुष एसडीई कार्यालय आ गए। उन्होंने एसडीई राजेश कुमार से मिलने की कोशिश करने लगे। इस पर उनको कार्यालय से बाहर ही रोक दिया गया। इससे नाराज लोग नारेबाजी करने लगे। शिकायत करने गए शीतल नगर निवासी धर्मपाल, पूनम, निर्मला, कमलेश, कविता, अर्चना, सुमन, रमेश आदि बताया कि उनकी समस्या सुनने की बजाए एसडीई राजेश कुमार ने उनके साथ बदतमीजी की। करीब 40 मिनट बाद किसी तरह मामला शांत हुआ।

पानी के बिल दिखाते हुए महिलाएं

शीतल नगर निवासियों का कहना है कि शीतल नगर में बिना पाइप लाइन बिछाए ही घरों को पानी के बिल कैसे भेज दिए गए? इस पर एसडीई राजेश कुमार ने कहा कि सबके वर्ष 2015 से मेन पाइप लाइन से कनेक्शन हैं। लोग पानी इस्तेमाल करने लग रहे हैं। फिर बिल भेजना कैसे गलत है? शीतल नगर में मात्र आठ-दस पाइपों को बिछाने का मामला है। मैंने कार्यालय आए लोगों से कह दिया कि वे मेयर से लेटर लिखवा कर दे दें। एस्टीमेट बनाकर पाइप लाइन बिछवा दी जाएगी।

एसडीई राजेश कुमार ने कहा कि ये पाइप लाइनें इसलिए नहीं बिछाई गईं क्योंकि यह इलाका एक महीने पहले ही पब्लिक हेल्थ विभाग के पास आया है। इसके पहले यह अमरुत योजना के फेज वन में शामिल था। ऐसे में कब पाइप लाइन बिछाई जाती। उन्होंने कहा कि लोगों के साथ बदतमीजी की बात बिलकुल गलत है। जब शीतल नगर के लोग मेरे कार्यालय आए। मैंने उनकी पूरी बात सुनी। समाधान भी बता दिया। फिर भी बदतमीजी शुरू कर दी। तू तड़ाक पर उतर आए। जेई को भी देख लेने की धमकी दी।

इस विषय पर नगर निगम के डिप्टी मेयर अनिल कुमार ने कहा कि बिना घरों तक पानी पहुंचे बिल कैसा? शीतल नगर के 1 हजार घर प्रभावित हैं। जहां पर पाइप लाइन नहीं बिछाई गई। फिर भी पब्लिक हेल्थ ने पानी के बिल भेज दिए। वर्ष 2015 में ही 2270 रुपए के हिसाब से पर्ची काट दी थी। आज मैं स्वयं एसई पब्लिक हेल्थ से मिलूंगा। समस्या का समाधान नहीं हुआ तो घेराव करेंगे।

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