Tuesday, April 16, 2024
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छिपे हुए क्रिमिनल्स को ढूंढ निकलने के लिए शुरू हुई कार्रवाई, रोहतक आईजी ने नकेल कसने के दिए निर्देश

रोहतक रेंज पुलिस आपराधिक मनोवृति के युवकों का पता लगाकर उनकी गतिविधियों पर नकेल कसने की तैयारी में हैं। इसके लिए आईजी राकेश कुमार आर्य ने अज्ञात व छुपे हुए अपराधियों को ढूंढ निकालने के लिए रोहतक रेंज पुलिस को योजना बनाकर कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

रोहतक। छिपे हुए क्रिमिनल्स को ढूंढ निकलने के लिए रोहतक पुलिस ने कमर कस ली हैं। जिन युवाओं का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा लेकिन आपराधिक वारदातों में सक्रिय रहते हैं, ऐसे अज्ञात व छुपे हुए आपराधिक मनोवृति के युवकों को ढूंढ निकालने के लिए रोहतक रेंज पुलिस ने विशेष कार्य योजना तैयार की है। योजना के तहत रोहतक रेंज के अंतर्गत चारों जिलों की पुलिस द्वारा अज्ञात क्रिमिनल्स पर नकेल कसने की कार्रवाई आरंभ कर दी है। योजना के तहत अज्ञात दोषियों को ट्रैक करने के लिए गांवों तथा वार्ड स्तर पर गहनता से छानबीन की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

इसके तहत पुलिसकर्मी ऐसे युवाओं की जानकारी एकत्रित करेंगे, जो किसी न किसी अपराध से जुड़े हैं। इससे अपराध को रोकने में मदद मिलेगी। रोहतक रेंज के अंतर्गत चारों जिलों रोहतक, झज्जर, भिवानी तथा चरखी दादरी के अज्ञात व छुपे हुए अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने खास प्‍लान तैयार किया है। रेंज के सभी थानों में ऐसे क्रिमिनल्स की सूची तैयार की जाएगी, जो अभी तक पुलिस रिकार्ड से गायब हैं, लेकिन आपराधिक वारदातों में सक्रिय रहते हैं।

पुलिस अब ऐसे युवाओं पर नजर रखेगी, जो बगैर किसी रोजगार के जमकर शॉपिंग करते और घूमते हैं। साथ ही ऐसे लोग जो नियमित रूप से अपने फोन और वाहन बदलते रहते हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि, इस तरह के शौक इस बात का प्रमुख संकेत है कि, वह युवा अपराध की दुनिया से जुड़ा हुआ हो सकता है। वहीं पुलिस ऐसे युवाओं की लिस्‍ट तैयार करेगी, जो संदिग्ध हालात में काफी समय से लापता है। ऐसे युवा भी किसी न किसी गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं।

रोहतक रेंज के आईजी राकेश कुमार आर्य ने बताया कि रेंज के सभी वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इस विषय पर विचार विमर्श किया गया। रोहतक रेंज के अंतर्गत चारों जिलों में अपराध से जुड़े ऐसे युवाओं की पहचान करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों द्वारा अपने-अपने जिले में जानकारी एकत्रित की जाएगी। जिसमें गांवों के संदिग्ध युवकों का पूर्ण विवरण सहित डाटा तैयार किया जाएगा। इस दौरान गांवों में चल रही विभिन्‍न गतिविधियों पर नजर रखने के साथ अपराध में शामिल युवाओं का पता लगा कर मुनासिब कार्रवाई भी की जा सकेगी।

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