वट सावित्री व्रत के दिन तामसिक चीजों का सेवन करने से बचें, सहवास न करें और मांस-मदिरा का सेवन पति और पत्नी दोनों को नहीं करना चाहिए.
व्रत के दिन व्रती को मन, वचन और कर्म को शुद्ध रखना चाहिए.
व्रत वाले दिन महिलाओं सुहागिनों को सुहाग का सामानदान में दें.
पूजा करने से पहले सोलह श्रृंगार करें और फिर पूजा करें, यह व्रत अखंड सौभाग्य के लिए है.
इस दिन बरगद के पेड़ की ही पूजा करें.