ये हैं दिल्ली की भूतिया जगहें, कहीं आत्माएं करती हैं पीछा, कहीं लिफ्ट मांगती हैं!

दिल्ली में कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं, जहां लोग देश-विदेश से परिवार के साथ घूमने आते हैं और आनंद लेते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी स्थल हैं, जहां लोग जाने से बचते और कतराते हैं. उन जगहों के अनुभव भले ही अलग-अलग हो, लेकिन वजह एक जैसी हैं. दरअसल इन जगहों को लेकर लोगों का अनुभव डरावना है. 

लेकिन एडवेंचर लवर को घूमने फिरने का काफी शौक होता है अच्छा है रोमांटिक प्लेस हो, फन प्लेस हो या फिर हॉरर प्लेसिस। लोगों को उन जगहों पर घूमने का ज्यादा शौक होता है जो जगह दिलचस्प और जिज्ञासु होती है। ऐसे कई लोग भूतिया और डरावनी जगह की सैर करना भी पसंद करते हैं। 

आइये दिल्ली की कुछ  भूतिया जगहों के बारे में हम आपको बताते हैं, अगर आप भी डरावनी जगह पर घूमने का शौक रखते हैं तो दोस्तों के साथ दिल्ली की कुछ हॉन्टेड प्लेस पर जा सकते हैं।

अग्रसेन बावली : आप अपने दोस्तों के साथ हॉन्टेड प्लेस अग्रसेन बावली घूमने आ सकते हैं। यह तीन महल का बना हुआ है जिसके सबसे निचले हिस्से में काला पानी भरा है। इसके लिए यह माना जाता है कि कई लोगों ने खुद कर इसमें अपनी जान दे दी जिसके बाद लोहे की रोड लगाया गया। 

इतना ही नहीं कहा जाता है कि अग्रसेन बावली के अंदर का पानी देखने के बाद लोग हिप्नोटाइज हो जाते हैं और सुसाइड कर लेते हैं। यही कारण है कि जब सूरज डूब जाता है तो यहां किसी को नहीं जाने दिया जाता। इसकी कहानी सुनने के बाद रुंह कांपने लगती है। 

मचहा महल : यह जंगलों के बीच बनी इमारत है,  इस इमारत में बेगम विलायत और उनके बच्चे रहते थे। सन 1993 में बेगम ने खुदकुशी कर ली थी जिसके बाद 2017 में बेगम के बेटे प्रिंस रजा यहां पर मृत अवस्था में पाए गए थे। इस हादसे के बाद से इस जगह को हांटेड घोषित कर दिया गया.

मचहा महल के बारे में यह कहा जाता है कि आज भी यहां बेगम की आत्मा भटकती है। लोग इस कहानी को जानने और इस जगह को देखने के लिए जरूर आते हैं आप भी अपने दोस्तों के साथ दिन के समय में इस जगह पर घूम सकते हैं।

जमाली कमाली : यह हॉन्टेड प्लेस दिल्ली के महरौली में स्थित है यहां पर मुगल काल के समय में बना यह मकबरा काफी मशहूर है। इस जगह को लेकर ऐसा कहा जाता है की यहां पर सूफी संत जमालि और उनके शागिर्द कमाली को दफनाया गया था। लोगों ने यहां पर कई तरह की आवाज़ भी सुनी है।

लोगों का कहना है कि यहां जानवरों के चिल्लाने की आवाजें आती हैं. साथ ही ऐसा लगता है कि जैसे कोई उन्हें बुला रहा हो. कुछ लोगों ने बगल से ठंडी हवाओं को भी महसूस किया है. ऐसा कहा जाता है कि यहां भी जिन्न हैं.

दिल्ली कैंट: इस स्थान को दिल्ली की सबसे डरावनी जगहों में गिना जाता है. लोगों का कहना है कि यहां सफेद साड़ी में एक महिला नजर आती है, जो अक्सर लिफ्ट मांगती है. यही नहीं लिफ्ट नहीं देने पर गाड़ी के पीछे भागने लगती है.

संजय वन : दिल्ली के संजय वन में भी लोगों का अनुभव डरावना रहा है. लोगों का कहना है कि सफेद कपड़े में बूढ़ी औरत दिखती है. रात के समय यहां पहुंचने पर यह महसूस होता है कि किसी ने आपको धक्का दे दिया. इसके साथ-साथ गर्मी में भी कोहरा और धुंध होने जैसी अजीबो गरीब हरकतें होती हैं.

खूनी दरवाजा : दिल्ली में स्थित खूनी दरवाजा के बारे में लोगों का कहना है कि यहां चीखें और रोने की आवाजें सुनाई देती हैं. कहा जाता है कि तीन राजकुमारों की यहां बेरहमी से हत्या कर दी गई और स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दे दी गई थी. 

लोथियन सेमेट्री :  यह जगह भी दिल्ली के भूतिया जगहों में शामिल है. कहा जाता है कि यहां कई लोगों ने भूत देखने का दावा किया है. यहां आने वाले लोगों को अक्सर भूतिया हंसी और रोने की आवाजें सुनाई देती हैं. कब्रिस्तान होने की वजह से लोगों को यह जगह और डरावनी लगती है.

ग्रेटर कैलाश हाउस नंबर डब्ल्यू- 3 :  इस हॉन्टेड हॉउस में एक बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या कर दी गई थी. कहा जाता है कि उनकी आत्माओं ने इस घर को कभी नहीं छोड़ा. लोगों का कहना है कि उन्हें घर में एक लटकी हुई अनछुई उपस्थिति का अनुभव हुआ. वहीं घर से रोने, फुसफुसाने और हंसी की आवाजें भी सुनाई देती हैं.

फिरोज शाह कोटला किला : ऐसा कहा जाता है कि फिरोज शाह कोटला किले में कई जिन्न रहते हैं. रात के समय या सूरज ढलने के बाद इस किले के पास कोई भी नहीं जाता. यहां हर गुरुवार लोग जिन्न को खुश करने के लिए मोमबत्तियां, अगरबत्ती, और प्रसाद चढ़ाने के लिए आते हैं.

भूली भटियारी का महल : इस महल में अंधेरा होने के बाद लोग जाने से बचते हैं. कुछ लोगों का दावा है कि यहां से रोने की आवाजें आती हैं. साथ ही फड़फड़ाते पक्षी और भिनभिनाते रात के कीड़े भी भयावह लगते हैं. सूरज ढलने के बाद लोगों को यहां एंट्री से रोकने के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात होते हैं.

द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन : इस मेट्रो स्टेशन पर एक बड़ा पेड़ है. कहा जाता है कि यहां एक महिला की आत्मा है, जो दिन में कभी भी किसी भी समय पर सामने दिखने लगती है. कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें यहां थप्पड़ लगने का भी अनुभव हुआ है. 

यही नहीं कहा जाता है कि इस भूत को देखते ही बाइक और कार ड्राइवरों के फुटपाथ पर दुर्घटना होने की घटना भी हो चुकी है. वहीं कुछ लोगों को कहना है कि उनकी गाड़ी के आगे एक औरत आ जाती है, जो तेज रफ्तार से आगे-आगे दौड़ने के बाद गायब हो जाती है.

चोर मीनार : हौज खास विलेज में स्थित चोर मीनार की ऊपरी दीवारों में छेद हैं. इसके बारे में कहा जाता है कि इसे भाले से बनाया गया था. ऐसा माना जाता है कि इन छेदों में चोरों के सिर थे, जिन्हें अलाउद्दीन खिलजी के शासन के दौरान सजा दी गई थी. लोगों को लगता है कि इन चोरों की आत्माएं रात में इलाके में रहती हैं.