'फलों का राजा' है आम, पर क्‍या आपको पता है 'रानी का नाम'? जानिए रानी के गुण 

 ‘फलों के राजा’ यानी आम का साम्राज्‍य इन द‍िनों आपको बाजार से लेकर आपके फ्रीज तक, हर जगह नजर आ रहा होगा. रसीले आमों का जादू है ही ऐसा कि खुद को रोक पाना मुश्किल होता है. आम के ‘खास’ होने की कहानी तो हम सब को पता है. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि इस राजा की एक रानी भी है? 

जी हां, फलों के राजा की तरह फलों की एक रानी भी होती है. रानी का अपना अनोखा और सुंदर रंग होता है. न्‍यूट्रीशन के मामले में भी ये आम से काफी आगे है. जैसे आम का रसीला अंदाज लोगों को भाता है, वहीं फलों की रानी अपने गुणों के ल‍िए जानी जाती है. फलों की इस रानी का नाम है, ‘मेंगोइस्‍टीन’.

मैंगोस्टीन थोड़े खट्टे-मीठे स्‍वाद वाला एक ट्रॉप‍िकल फल है. ये फल दक्षिण पूर्व एशिया से है लेकिन दुनिया भर में पाया जाता है. आम जहां पीले चटख रंग का होता है, वहीं मैंगोस्टीन बाहर से पर्पल और अंदर से सफेद होता है. इसके बैंगनी छ‍िलके की वजह से ही कुछ जगह पर्पल मैंगोस्टीन कहा जाता है.

मैंगोस्टीन  सिर्फ स्‍वाद में ही नहीं, बल्‍कि सेहत के ल‍िए गुणों के मामले में भी रानी ही है. मैंगोस्‍टीन एक लो कैलोरी वाला फल है, ज‍िसमें कई जरूरी पोषक तत्‍व होते हैं. मैंगोस्टीन में प्रोटीन, व‍िटाम‍िन C, B1, B2, B9, कॉपर और मैग्‍नेश‍ियम जैसे पोषक तत्‍व म‍िलते हैं. 

इस फल में फाइबर 3.5 ग्राम फाइबर और 1 ग्राम फैट होता है. मैंगोस्टीन में मौजूद विटामिन और खनिज डीएनए बनाने, मांसपेशियों में संकुचन, घाव भरने, इम्‍यून‍िटी सहि‍त कई शारीरिक कार्यों को बनाए रखने के ल‍िए जरूरी है.

कई अन्‍य पोषक तत्‍वों के अलावा इस फल में ज़ैंथोन (xanthones) पाया जाता है. ये मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है.  ज़ैंथोन सूजन-रोधी, कैंसर-विरोधी, बुढ़ापा-रोधी और मधुमेह-विरोधी इफेक्‍ट्स को बढ़ा सकती है. ये फल वजन कम करने में भी मदद करता है.

जहां आम को डायब‍िटीज के रोग‍ियों से दूर रखने की सलाह म‍िलती है, वहीं मैंगोस्‍टीन ब्‍लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल रखती है. ऐसा ज़ैंथोन (xanthones) कंपाउंड की वजह से होता है. इस फल में पाया जाने वाला ज़ैंथोन कंपाउंड और फाइबर म‍िलकर इस फल को ब्‍लड शुगर को कंट्रोल करने वाला बनाता है.

मैंगोस्टीन का सेवन मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद होता है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि मैंगोस्टीन मस्तिष्क की सूजन को कम करता है और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, यह अवसाद के लक्षणों में भी सुधार करने में सहायक है। 

त्वचा संबंधी समस्याओं में भी मैंगोस्टीन का सेवन लाभदायक हो सकता है। कई अध्ययनों में यह साबित हुआ है कि इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को सुरक्षित और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। इसलिए आप इस लाभदायक फल का सेवन जरूर करें।