लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी दंगल छिड़ा हुआ है और पंजाब सरकार ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सात दिन की अंतरिम रिहाई की मांग खारिज कर दी है और वह जेल से अपना नामांकन दाखिल करने में कामयाब रहे। पंजाब सरकार के इस आश्वासन के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने इस संबंध में दायर याचिका का निपटारा कर दिया।
अमृतपाल के परिवार वालों ने खडूर साहिब से नामांकन दाखिल किया। इस दौरान प्रत्याशी अमृतपाल ने अपनी सारी संपत्ति का ब्योरा भी साझा किया। जेल में बंद प्रत्याशी अमृतपाल सिंह के खाते में सिर्फ एक हजार रुपये हैं। अमृतपाल सिंह ने असम की डिब्रूगढ़ जेल में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, सिंह के पास अमृतसर में राया, बाबा बकाला, एसबीआई शाखा में 1,000 रुपये का बैंक बैलेंस है। उनके हलफनामे के अनुसार, इसके अलावा सिंह के पास कोई चल या अचल संपत्ति नहीं है।
खडूर साहिब सीट पर कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा, आम आदमी पार्टी के लालजीत सिंह भुल्लर, भारतीय जनता पार्टी के मंजीत सिंह मन्ना, आजाद उम्मीदवार अमृतपाल सिंह और शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा के बीच मुकाबला है। पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान होगा।