हमारे जीवन पर ग्रह-नक्षत्रों का गहरा प्रभाव होता है। ग्रहों की स्थिति को शुभ बनाने के लिए कई तरह के उपाय ज्योतिष में बताए गए हैं, और साथ ही बताया गया है कि कौन सी आदतें ग्रह दोष पैदा कर सकती हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि किस आदत की वजह से कुंडली का कौन सा ग्रह खराब हो सकता है, और इसका आपके जीवन पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा।
चंद्र दोष: अगर आप स्त्रियों का अपमान करते हैं, माता के साथ आपके संबंध खराब हैं तो कुंडली में चंद्रमा की स्थिति खराब हो सकती है। इसके साथ ही पानी की बर्बादी करने वालों से भी चंद्रदेव अप्रसन्न होते हैं, इसलिए चंद्रमा को मजबूत करना चाहते हैं तो ये आदतें छोड़ दें।
शुक्र दोष : जो लोग अपने लव पार्टनर या जीवनसाथी से लड़ते झगड़ते रहते हैं उन्हें शुक्र दोष लग सकता है। इसके साथ ही अगर आप साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते और मैले कपड़े पहनते हैं तो शुक्र की स्थिति कुंडली में खराब हो सकती है। इसकी वजह से जीवन में भौतिक सुखों की कमी आ सकती है।
शनि दोष : जो लोग मांस का सेवन करते हैं, मदिरा पान करते हैं वो शनि दोष से पीड़ित हो सकते हैं। साथ ही झूठ बोलना, अन्याय करना भी शनि दोष का कारण बन सकता है। इसलिए शनि देव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो ये आदतें छोड़ दें। जितना आप सादगीपूर्ण जिंदगी जियेंगे शनि आपसे प्रसन्न रहेंगे।
राहु दोष : अगर आप लोगों के कार्यों में बाधाएं उत्पन्न करते हैं, दूसरों की सफलता से जलते हैं तो राहु दोष पैदा हो सकता है। राहु दोष के कारण आपके काम बिगड़ने लगते हैं और मेहनत करने के बाद भी आपको मनचाही सफलता प्राप्त नहीं होती।
सूर्य दोष : जो लोग सही दिनचर्या का पालन नहीं करते, पिता का सम्मान नहीं करते और अपने सहकर्मियों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं वो सूर्य दोष की चपेट में आ सकते हैं। सूर्य दोष के कारण आपका जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। इसलिए ऐसा कोई भी काम न करें जिससे सूर्य दोष उत्पन्न हो।
केतु दोष : अगर आप जानवारों को परेशान करते हैं, अपनी संतान के साथ सही व्यवहार नहीं करते तो केतु दोष उत्पन्न हो सकता है। केतु का खराब होना आपको कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियां दे सकता है।
गुरु दोष : गुरु कुंडली का सबसे शुभ ग्रह माना जाता है लेकिन कुछ आदते गुरु की कृपा दृष्टि से आपको वंचित रख सकती हैं। अगर आप बुजुर्गों का अपमान करते हैं, गुरुजनों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते तो गुरु दोष पैदा हो सकता है। इसलिए ये आदतें आपको छोड़ देनी चाहिए।
मंगल दोष : जो लोग अपने भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध बनाकर नहीं रखते, सेहत के प्रति बिल्कुल लापरवाह रहते हैं उनकी कुंडली में मंगलदोष पैदा हो सकता है। मंगल को मजबूत करने के लिए फिजिकली एक्टिव रहना चाहिए और भाई-बहनों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।