सांपला। रोहतक में मौसम भले ही खराब हो लेकिन मंडी में गेहूं की आवक जारी है। सोमवार को करीब 25000 क्विंटल गेहूं सांपला मंडी में बिक्री के लिए पहुंचा। हालांकि फसल की खरीद नहीं हुई। सोमवार को हेफेड एजेंसी द्वारा खरीद की जानी थी। पिछले तीन दिनों से मौसम खराब चल रहा है। जिसकी वजह से फसल की कढ़ाई कटाई रुकने के अलावा एजेंसी द्वारा खरीद भी बंद की हुई है। मंडी में गेहूं की आवक लगातार जारी है।
रविवार और सोमवार को करीब 35000 किवंटल गेहूं मंडी में पहुंचा है। अधिकतर अनाज खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। बारिश से बचने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नजर नहीं आए। सोमवार को ऑल इंडिया कांग्रेस किसान कोऑर्डिनेटर कमेटी के सदस्य ओमप्रकाश खत्री के अलावा अन्य नेता मंडी में पहुंचे। उन्होंने किसान व आढ़तियों की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने मंडी में खरीद को लेकर सरकार की नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि आज किसान व आढ़ती दोनों परेशान है। सरकार की तरफ से फसल को सुरक्षित रखने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए।
वहीँ महम अनाज मंडी में सोमवार को सरसों की खरीद नहीं हुई। ऐसे में किसान सरसों बेचने के लिए इधर-उधर चक्कर काटते रहे। दोपहर तक किसानों को आश्वासन दिया गया लेकिन दोपहर बाद उन्हें सरसों खरीद की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। खरीद न होते देख कुछ किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉली वापस ले गए तो कुछ ने वहीं मंडी परिसर में अपनी सरसों उतार दी। अधिकारियों का कहना है कि अब किसानों की ओर से लाई गई सरसों मंगलवार यानि आज खरीदी जाएगी। इसके अलावा महम अनाज मंडी में गेहूं की आवक तेज हो गई है। सोमवार तक विभिन्न खरीद एजेंसियों ने 8913 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी थी। मंडी में पिछले तीन दिनों से गेहूं की खरीद शुरू है, लेकिन उठान कार्य नहीं हो रहा। उठान न होने से मंडी प्लेटफॉर्म पर जगह कम पड़ने लगी है।
आढ़तियों का कहना है कि यदि गेहूं और सरसों का उठान लगातार होता रहेगा तो प्लेटफॉर्म पर गेहूं डालने के लिए जगह बन जाएगी। उन्होंने बताया कि मंडी में जगह कम है। बनाए गए शैडो की अपेक्षा खुले आसमान में किसान का गेहूं ज्यादा पड़ा हुआ है। पिछले दो दिनों से मौसम है। अगर बारिश हुई तो काफी मात्रा में गेहूं और सरसों की फसल भीग सकती है।
बसंत मार्केट कमेटी में तैनात सहायक सचिव सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वेयर हाउस की ओर से सोमवार को सरसों की खरीद नहीं की गई। उन्होंने कहा कि गेहूं की आवक लगातार बढ़ रही है मगर उठान नहीं हो रहा। सचिव बसंत मेहरा का कहना है कि पिछले साल महम मंडी में 3 लाख 60 हजार 776 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई थी। इस बार गेहूं की मात्रा में बढ़ोतरी होना निश्चित है। उन्होंने बताया कि सोमवार, बुधवार को हरियाणा वेयर हाउस और मंगलवार, शुक्रवार को हैफेड की ओर से गेहूं की खरीद की जा रही है। इसके अलावा बृहस्पतिवार और शुक्रवार को फूड कॉरपोरेशन की ओर से गेहूं लिया जा रहा है। गेहूं में नमी की मात्रा 12 से 14 फीसदी के बीच आ रही है।
वहीँ किसानों का कहना है कि खुले आसमान के नीचे पड़ा अनाज बारिश में बर्बाद हो रहा है। किसान की मेहनत पर पानी फिर रहा है लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं। अगर सरकार सही समय पर खरीद और उठान करती तो ये नोबत नहीं आती। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द से जल्द किसानों की फसल की नहीं खरीद और उठान नहीं किया तो किसान रोष प्रकट करेंगे।