इधर-उधर का शेक छोड़ो, ये स्पेशल दूध पियो बॉडी में भरने लगेगी 'मर्दाना ताकत'

शरीर की कमजोरी दूर करके ताकत भरने के लिए अगर आप भी इधर-उधर के शेक पी रहे हैं या प्रोटीन पाउडर गटक रहे हैं, तो अब समय आ गया है, इन चीजों से बचने का। अब आपको बॉडी स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए बादाम का दूध पीना शुरू करना चाहिए।

अमेरिकन सोसायटी ऑफ न्यूट्रिशन की एक रिपोर्ट के अनुसार बादाम शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसे कई तरह के स्वास्थ्य लाभों से जोड़ा गया है। यह कई पोषक तत्वों के भरपूर होता है और शरीर के लिए जरूरी आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। विटामिन, खनिज और प्रोटीन से भरपूर यह मिल्क आपके आपके ब्रेन हेल्थ के लिए भी अच्छा है

इसका इस्तेमाल आप डेयरी प्रोडक्ट की तरह भी कर सकते हैं, जैसे कि कॉफी, दलिया या क्रीम आदि कुछ भी बना सकते हैं। आलमंड मिल्क को घर पर भी बनाया जा सकता है। जानिए बादाम के दूध के फायदों के बारे में यहां।

शरीर की बढ़ती है ताकत : आलमंड मिल्क विटामिन ई, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है। विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो आपके शरीर को हेल्दी एंड फिट रखने में मदद करता है।

लो कैलोरी शेक : यह शेक वेट लॉस वालों के लिए अच्छा है। आप इसे अपनी लो कैलोरी डाइट में शामिल कर सकते हैं। पैक्ड आलमंड मिल्क में पानी मिलाकर उसे पतला किया गया होता है। इसलिए इसे लो फैट मिल्क में गिनते हैं। एक कप बादाम के दूध में केवल 39 कैलोरी होती है, जो कि एक कप स्किम मिल्क में कैलोरी की आधी मात्रा होती है।

डेयरी फ्री प्रोडक्ट : बादाम के दूध प्लांट बेस्ट होता है, इसलिए जिन लोगों को लैक्टोज फ्री मिल्क की आवश्यकता होती है, उनके लिए यह बेस्ट होता है। इस दूध में पानी मिला होता है, इसलिए यह पाचन में भी आसान है।

हृदय रोग के जोखिम: आलमंड मिल्क आपके हार्ट हेल्थ के लिए भी अच्छा हो सकता है। इसमें कई हेल्दी फैट्स भी पाए जाते हैं, जो बादाम एलडीएल यानी बेड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मददगार होता है। शोध में यह भी बताया गया है कि लगभग 45 ग्राम बादाम का दैनिक सेवन से हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम कम होता है।

विटामिन डी का अच्छा सोर्स : कई लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है। जिस कारण हड्डियों के रोग और कमजोर मांसपेशियों का खतरा बढ़ जाता है। आलमंड मिल्क इस कमी को भी पूरा करता है।यह विटामिन शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे हड्डियों की स्वास्थ्य बनी रहती है और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।