विधारा की जड़ से लेकर तना और पत्तियों तक का इस्तेमाल बीमारियों को दूर करने में किया जाता है. आयुर्वेद में विधारा को नर्व यानी नसों के लिए टॉनिक माना जाता है. इससे बुद्धि को भी तेज करने का दावा किया जाता है.
विधारा पौधा में औषधि बनने की असीम संभावनाएं हैं. यह कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है. विधारा से अल्सर, गोनोरिया, डायबिटीज, स्किन डिजीज, अर्थराइटिस आदि बीमारियों को ठीक किया जा सकता है.
कई बीमारियों के लिए औषधि
विधारा के औषधीय गुणों का केमिकल विश्लेषण करने पर पाया गाय कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लामेटरी, एनालजेसिक, हेपाटोप्रोटेक्टिव और एफ्रोडिसिएक गुण पाया गया.
विधारा में फ्लेवेनोएड्, स्टेरॉल ग्लाइकोसाइड और एसेंशियल ऑयल भी पाया जाता है. यह दिमाग के लिए बेहद खास जड़ी-बूटी है. क्योंकि यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को सक्रिय करता है जिससे पूरे शरीर की नसों को फ्री बना देता है
नसों को बनाता है फ्री
इससे नसें बेहद सक्रिय हो जाती है. नसों के शिथिल होने से शरीर में थकान और कमजोरी सहित कई तरह की बीमारियां होती है. विधारा से बुद्धि तेज होती है
विधारा पुरुषों के लिए टॉनिक है क्योंकि इससे पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ता है और नर्वस सिस्टम स्मूद के कारण यह स्टेमिना को भी बढ़ा देता है. विधारा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होता है जो डायबिटीज और हार्ट डिजीज के जोखिम को भी कम करता है.
पुरुषो के लिए टॉनिक