इसे सुरक्षा के लिहाज से रेडियोएक्टिव लीड बॉक्स में रखा गया है. जिसके आसपास जाने की भी किसी को इजाजत नहीं है
ये नोटबुक मशहूर वैज्ञानिक मैरी क्यूरी की है. मैरी क्यूरी और उनके पति पियरे क्यूरी ने साल 1898 में दो नए रेेडियोएक्टिव पदार्थों रेडियम (Radium) और पोलोनियम (Polonium) की खोज की थी
क्यूरी दंपत्ति को भौतिक विज्ञान मेंं नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. मैरी पहली वैज्ञानिक थीं जिन्हें ये पुरस्कार मिला था
मैरी क्यूरी के पति पियरे की पहले ही मौत हो गई थी, लेकिन उन्होंने फिर भी अपना काम जारी रखा. फिर साल 1911 में उन्हें रेडियम के शुद्धीकरण के लिए केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया गया. दो नोबेल पाने वाली वो पहली शख्स थीं
उस वक्त लोगों को नहीं पता था कि रेडिएशन कितना खतरनाक होता है. मैरी भी अक्सर अपनी लैब में अपनी पॉकेट में रेडियोएक्टिव मैटेरियल्स लेकर घूमती थीं
साल 1934 में मैरी क्यूरी का निधन हुआ तो उनके शरीर में इतना रेडिएशन था कि उनकी बॉडी को लीड लाइन ताबूत में बंद करना पड़ा था. साथ ही मैरी क्यूरी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली पेन, पेेपर, दवात जैैसी तमाम चीजें भी रेडियोएक्टिव हैं
मैरी की नोटबुक में सबसे ज्यादा रेडिएशन पाया गया हैै. जिसे फ्रांस की नेशनल लाइब्रेरी में बहुत ही सुरक्षित तरीके से रखा गया है