स्किन केयर रूटीन में सनस्क्रीन को शामिल करना बेहद जरूरी होता है. सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणें से ये आपको बचाती है
कई बार लोग सनस्क्रीन अप्लाई करने के सही तरीके को फॉलो नहीं करते हैं, जिसकी वजह से पूरा फायदा नहीं मिलता है और सनस्क्रीन लगाने के बावजूद त्वचा को नुकसान पहुंचता है
30 SPF से लेकर 50 SPF वाली सनस्क्रीन सही मानी जाती है, लेकिन आप अपनी स्किन टोन, टेक्स्चर के हिसाब से इस बारे में डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह ले सकते हैं
SPF लेवल देखकर ही खरीदें
लोग सोचते हैं कि धूप नहीं है या फिर घर में हैं तो सनस्क्रीन का यूज करना जरूरी नहीं है, जबकि आपको धूप न होने और घर में रहने पर भी सनस्क्रीन का यूज करना चाहिए, क्योंकि विंडो के आसपास या घर में ही की ऐसे काम होते हैं, जब आप धूप के संपर्क में आते हैं
घर में भी लगायें सनस्क्रीन
सनस्क्रीन क्रीम या फिर लोशन को 15 से 20 मिनट पहले ही लगा लें ताकि ये सही से आपकी त्वचा में ऑब्जर्व हो जाए. वहीं एक बार ही सनस्क्रीन लगाना काफी नहीं होता है, क्योंकि 2 से 3 घंटों में ये बेअसर हो सकती है, इसलिए अगर आप वेकेशन पर हैं तो कुछ घंटो के अंतराल पर दोबारा सनस्क्रीन अप्लाई करनी चाहिए
ध्यान रखना है जरूरी
ज्यादातर लोगों में ये गलतफहमी होती है कि डार्क स्किन टोन वालों के लिए सनस्क्रीन का यूज करना जरूरी नहीं होता है, जबकि हर स्किन टोन वाले को सनस्क्रीन लगानी चाहिए
डार्क स्कीन टोन
सनस्क्रीन लगाने का मतलब त्वचा को सिर्फ टैनिंग से बचाना या स्किन की रंगत डार्क होने से बचाना ही नहीं होता, बल्कि स्किन को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सनस्क्रीन यूज करनी चाहिए