8 साल से अधिक पुराना है आलू का इतिहास, जानिए भारत में कैसे पहुंचा 

भारत के हर घर की रसोई में आपको आलू मिल जाएगा. फ्रेंच फ्राई से लेकर सब्जी तक, आलू का इस्तेमाल कई व्यंजन में किया जाता है 

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जिस आलू को आप भारतीय समझते हैं, वो वास्तव में भारतीय है ही नहीं

जानते हैं आलू भारत कैसे पहुंचा और सबसे पहले इसकी खेती किस देश में की गई

8,000 साल पहले दक्षिण अमरीका के एंडीज़ में आलू की खेती शुरू की गई थी. सन् 1500 के बाद इसे यूरोप लाया गया

दक्षिणी अमेरिकी में हुई आलू की खेती

अमरीका में इदाहो के किसान और इटली के लोग आलू पर उतना ही दावा करते हैं जितना कि पेरूवासी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 16वीं शताब्दी तक आलू को पेरू के लोग जानते थे

पेरू की राजधानी लीमा के एक उपनगर में बनाए गए इस केंद्र में हजारों तरह के आलू के नमूने मिलते हैं

आलू की खेती कैरेबियन द्वीप पर शुरू हुई थी. तब आलू को कमाटा और बटाटा के नाम से जाना जाता था. 16वीं सदी में बटाटा स्पेन पहुंचा

भारत में कैसे आया आलू

वहां से यूरोप पहुंचने के बाद बटाटा का नाम पटोटो हो गया. एक रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबस जब पूरी दुनिया की यात्रा पर निकला तब वह अपने साथ आलू को अलग-अलग महाद्वीपों तक लेकर गया

दावा किया जाता है कि भारत में आलू पुर्तगाली और डच व्यापारियों ने अपने साथ लाए थे

भारत में आलू को बढ़ावा देने का श्रेय वारेन हिस्टिंग्स को जाता है, जो 1772 से 1785 तक भारत के गर्वनर जनरल रहे थे. आज आलू चावल, गेंहू और मक्का के बाद दुनिया की चौथी सबसे अहम फसल बन गई है