चैत्र नवरात्रि 2024 शुरू होने वाली है और ऐसे में बहुत से लोग हैं जो घूमने के लिए माता वैष्णो देवी जाने का प्लान कर रहे हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से हैं तो इस बार वैष्णो देवी की यात्रा को थोड़ा रोमांचक बनाएं।
इसे इस तरह से प्लान करें कि आप यहां ज्यादा से ज्यादा जगहों पर घूमकर आ सकें। क्योंकि जम्मू जाने का मतलब सिर्फ वैष्णो देवी जाना ही नहीं है बल्कि, हम इनके आस-पास के जगहों पर भी घूमकर आ सकते हैं। तो, आइए जानते हैं आज जम्मू में हम लोग कहां-कहां घूमकर आ सकते हैं।
रघुनाथ मंदिर रघुनाथ मंदिर, उत्तर भारत के सबसे बड़े मंदिर परिसरों में से एक है। महाराजा गुलाब सिंह और उनके पुत्र महाराज रणबीर सिंह ने 1853-1860 के दौरान इस मंदिर का निर्माण कराया था। यहां देवों की प्रतिष्ठित मूर्तियां हैं।
बाग-ए-बाहू पार्क बागे बहु को जम्मू का मुगल गार्डन कहते हैं। ये एक बेहज सुंदर पार्क है। इसकी बनावट को खास बनाती है तवी नदी जो यहां से बीचों बीच गुजरती है। ये पार्क विशाल लॉन और बड़े बड़े फव्वारों, सुंदर झील और पत्थरों से सजा हुआ है। ये रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाती है और इस झील के किनारे आप एक अच्छा समय बिता सकते हैं।
अमर महल जम्मू में तवी नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है अमर महल। यहां घूमना आपके लिए खास हो सकता है क्योंकि ये शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित है और नदी और पहाड़ के बीच इस महल में घूमना अपने आप खास हो सकता है। इसे जम्मू के महाराजा हरि सिंह ने बनाया है और इसका फ्रेंच आर्किटेक्चर देखने लायक है।
सुरिनसर मानसर झील सुरिनसर मानसर झील जम्मू के सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है जो कि घने मैंग्रोव और देवदार की पेड़ों और खूबसूरत पहाड़ियों से घिरी हुई है। यहां आकर आप प्रकृति के खास रंगों को देख सकते हैं। ये आपकी सारी थकान और तनाव को कम कर सकता है और आपके मन को खुश कर सकता है।
शीश महल शाही विरासत शीश महल जम्मू में देखने लायक शीर्ष स्थानों में से एक है, जो किले के बगल में रामनगर में स्थित है। 1885 में राजा राम सिंह द्वारा निर्मित, इस महल को इसका नाम इसकी दीवारों के अंदर सजे दर्पण के काम से दिया गया था। शीशमहल जम्मू कश्मीर के पर्यटन स्थल में से एक है।
शिव खोरी जम्मू में शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक शिव खोरी होगा। यह कई महत्वपूर्ण गुफा मंदिरों में से एक है, जो प्राकृतिक शिवलिंग निर्माण के कारण स्थानीय समुदाय और भगवान शिव के भक्तों के बीच प्रसिद्ध है, जो लगभग 150 मीटर लंबा है। यहां एक 4 फीट का स्वयंभू लिंग भी है जिसकी छत से नींबू और दूधिया तरल पदार्थ लगातार गिरता रहता है।
पीर खो गुफा पीर खो गुफा एक मंदिर है, यह जम्मू पर्यटन स्थलों की सूची में एक आकर्षण है। यह मंदिर शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और पुरातात्विक रिकॉर्ड के अनुसार, इसका निर्माण पंद्रहवीं शताब्दी में हुआ था जब राजा अजायब देव का शासनकाल था।