होली पर जमकर करें ठंडाई का सेवन, मूड के साथ सेहत भी रहेगी दुरुस्त

 इस पेय को तैयार करने के लिए ड्राई फ्रूट्स और कई पौष्टिक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो शरीर को हष्ट-पुष्ट बनाने में मदद करते हैं.

ठंडाई न केवल पीने में स्वादिष्ट लगती है, बल्कि सेहत के लिए भी गुणकारी होती है. ठंडाई का सेवन शरीर को तरोताजा रखने के साथ ऊर्जा प्रदान करता है, वहीं यह रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने में भी सहायक होता है.

होली के दौरान तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है. ऐसे में ठंडाई को बनाने में सौंफ और इलायची जैसे खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है, जो शरीर के तापमान को कंट्रोल रखने में मदद करती है.  गर्मियों में लू और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचने के लिए भी इसका सेवन करना फायेदमंद है.

त्योहार की भागदौड़ और मौज-मस्ती के चक्कर में शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है. ऐसे में दूध और सूखे मेवे से बना ठंडाई का सेवन करने से बॉडी एनर्जेटिक रहती है.

ठंडाई का सेवन करने से डाइजेशन ठीक रहता है. इसे तैयार करने में इस्तेमाल की जाने वाली सौंफ पाचन के लिए फायदेमंद होती है. ऐसे में कब्ज और गैस की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है.

ठंडाई में इस्तेमाल की जाने वाली चीजें पौष्टिक होती है, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मददगार साबित होती हैं.  इसके अलावा ठंडाई का सेवन करने से मौसमी बीमारियों के प्रकोप से भी काफी हद तक बचा जा सकता है.

बदलते मौसम में ठंडाई पीने से शरीर के साथ मन-मस्तिष्क को भी शांत रखने में मदद मिलती है. इससे मानसिक शांति के साथ एकाग्रता बढ़ती है. ऐसे में तनाव को कम करने के लिए ठंडाई का सेवन लाभकारी होता है.

ठंडाई  सेहत के साथ-साथ त्वचा में भी निखार लाने में मदद करता है. इसके सेवन से स्किन ग्लो बढ़ता है. दूध-मेवे से बनी ठंडाई को पीने से भरपूर पोषण मिलता है, जिसका असर स्किन पर भी देखने को मिलता है. इससे स्किन इनफेक्शन की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है.

होली के मौके पर कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं, जिन्हें पचा पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. इनके सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है. ऐसे में ठंडाई का सेवन करने से ओवरईटिंग से बचा जा सकता है. ठंडाई पीने से पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे भूख भी कम लगती है.