भारत में कहां से आए गोलगप्पे, जानिए सबसे पहले किसने बनाए थे गोलगप्पे

गोलगप्पे को बड़े शौक से लोग खाते हैं खासकर लड़कियों को गोलगप्पे बहुत पसंद होते हैं

शायद ही कोई ऐसा शहर हो जहां गोलगप्पे न मिलते हों. हां ये जरूर है कि जगह और शहर बदलने पर गोलगप्पा अपना नाम बदल लेता है, लेकिन इसे चखने वाले और बनाने वालों को ज़ायका एक ही रहता है

लेकिन क्या आप जानते हैं गोलगप्पे कब और कैसे बने होंगे. आइए जानते हैं गोलगप्पे का रोचक इतिहास क्या रहा है

कहते हैं पहली बार द्रौपदी ने पांडवों के लिए गोलगप्पे बनाए थे

ये भी कहा जाता है कि 'फुल्की' पहली बार मगध में ही बने थे. फुल्की गोलगप्पे का दूसरा नाम है

इन्हें पहली बार किसने बनाया था इसके बारे में इतिहास में कोई जानकारी नहीं है

क्योंकि गोलगप्पे में पड़ने वाली मिर्च और आलू दोनों मगध काल यानि 300 से 400 साल पहले भारत आए थे

बिहार में गोलगप्पे को फुलकी कहा जाता है, जिससे लगता है कि मगध काल में भी आलू का चटपटा मसाला बनाकर गोलगप्पे खाए जाते थे