जीरे की सबसे बड़ी खासियत यह कि इसे हर डिश में इस्तेमाल किया जाता है और ये दुनिया भर में काफी लोकप्रिय है. जीरा हर रसोई में पाया जाता है
ग्रेवी तैयार करनी हो, दाल में तड़का लगाना हो, पराठे के लिए डो तैयार करना हो या फिर किसी चटनी में फ्लेवर जोड़ना हो, जीरे का इस्तेमाल जरूर किया जाता है
आज जानते हैं जीरा की उत्पति कहां से हुई और कैसे हुई
जीरा शताब्दी ईसा पूर्व से अस्तित्व में है और इसका इस्तेमाल दवाओं के साथ-साथ खाना पकाने के लिए भी बड़े पैमाने पर किया जाता
जीरे का इतिहास ईस्ट मेडिटेरेनियन क्षेत्र के लेवांत से की जा सकती है. जीरे का इस्तेमाल ममीकरण की प्रक्रिया के लिए प्रेजर्विटिव के रूप में किया जाता था
यूनानियों के बीच लोकप्रिय
यूनानियों का मानना था कि जीरा 'इच्छा' का प्रतीक है और इसे टेबल स्पाइस के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था. मोरक्को के कुछ हिस्सों में भी इसे खाना बनाने के लिए इस्तेमाल में लिया जाता था
प्राचीन लोककथाओं के मुताबिक जीरे को विश्वास और स्मृति के रूप में उपहार मानकर दिया जाता था
जीरे का इतिहास रोमन सभ्यता में भी बड़े पैमाने पर खाना पकाने के मकसद से मिलता है और इसने धीरे-धीरे भारत की ओर अपना रास्ता बना लिया
जीरे की मूल रूप से ईरान और मेडिटेरेनियन क्षेत्र में खेती की जाती है। यहां तक कि बाइबिल में भी जीरे का उल्लेख मिलता है