जानिए स्वाद से भरे चटपटे पकौड़ों की शुरुआत भारत में कैसे हुई, कौन लेकर आया पकौड़े

गर्मी हो....सर्दी हो..बरसात हो... स्नैक्स में कुछ खाने का मन हो....चाय के साथ पकौड़े का कॉम्बिनेशन जरूर ट्राई किया जाता है

क्या आपने कभी नहीं सोचा कि आखिर पकौड़ों की शुरुआत कब से हुई

पकौड़े को इतिहास को लेकर कई तरह के विवाद हैं। पर कहा जाता है कि पकौड़े की शुरुआत तमिल संगम साहित्य में दिखाई देती है

उस वक्त पकौड़े बिल्कुल अलग तरीके से तैयार किए जाते थे

भारत में पकौड़े का इतिहास

कहा जाता है कि मुगलों के आने के बाद शाही बावर्चियों ने कई तरह से पकौड़े बनाए थे जैसे- अंडे के पकौड़े, मटन के पकौड़े, चिकन के पकौड़े

इस दौरान पकौड़ा नाम का आविष्कार हुआ था। इससे पहले पकौड़ों को पक्कवट कहा जाता था

इस शब्द को पक्वा मतलब पका, और वटा मतलब छोटे टुकड़े जैसे शब्दों को को जोड़कर बनाया गया था

ये पुर्तगाली ही थे जिनकी वजह से हम आलू-प्याज के पकौड़े खा पा रहे हैं क्योंकि वो 16वीं सदी में भारत में आलू लेकर आए थे