जिसने दिया दुनिया को प्यार का पैगाम उसे मिली मौत की सजा
वैलेंटाइन डे की शुरुआत रोम से हुई थी और ये आज भारत समेत दुनियाभर में सेलिब्रेट किया जाने वाला दिन है
आप जानते हैं आप इस दिन को क्यों सेलिब्रेट करते हैं और इसकी शुरुआत कैसे हुई थी
संत वैलेंटाइन को प्यार बांटने की कैसी सजा मिली थी
रोम के पादरी संत वैलेंटाइन जो प्यार को बढ़ावा देते थे उनकी शहादत के बाद ही वैलेंटाइन डे मनाया जाने लगा।
तीसरी शताब्दी में वैलेंटाइन डे मनाने की शुरुआत हुई। संत वैलेंटाइन प्यार को जीवन में सबसे अधिक महत्व देते थे।
उस दौरान रोम में राजा क्लॉडियस का शासन था, जिसका मानना था कि प्यार और शादी जैसी चीजें इंसान को कमजोर बना देती हैं
राजा क्लॉडियस ने सैनिकों की शादी पर भी रोक लगा थी
संत वैलेंटाइन ने जोकि प्यार को बहुत जरूरी मानते थे, इसलिए उन्होंने कई सैनिकों की शादियां करवाईं और प्यार का संदेश दिया।
राजा को ये बात पसंद नहीं आयी उसने संत वैलेंटाइन को फांसी की सजा सुनाई, जिसके बाद 14 फरवरी को संत वैलेंटाइन ने प्यार के लिए खुद को कुर्बान कर दिया
इसके बाद से वैलेंटाइन डे मनाया जाने लगा।
जिस जेल में संत वैलेंटाइन को रखा गया था, उसके जेलर की बेटी जैकोबस नेत्रहीन थी और संत वैलेंटाइन ने अपनी आंखें उस लड़की को दान कर दी थीं, साथ में उन्होंने एक पत्र भी लिखा था, जिसमें लिखा हुआ था, ‘तुम्हारा वैलेंटाइन’
इस तरह से वैलेंटाइन सिर्फ लवर्स के लिए ही नहीं बल्कि हर किसी के लिए प्यार का एक संदेश है