हांसी। सूटकेस में हड्डियां तोड़ कर वीभस्तता से डाली गई लाशें पिछले कुछ समय से मिल रही हैं, लेकिन अधिकतर शव युवतियों के होते थे जो प्रेमियों द्वारा मार दी जाती हैं। अब हरियाणा में एक ऐसा मामला सामने आया जिसे देख किसी का भी मन दहल जायेगा। सूटकेस में फिर एक लाश मिली है लेकिन वो किसी प्रेमिका की नहीं बल्कि एक माँ की है, जिसे एक वहशी बेटे ने गला दबाकर मार दिया और फिर अपना गुनाह छिपाने के लिए उसकी हड्डियां तोड़कर सूटकेस में डाला और करीब 900 किलोमीटर तक मां का शव लेकर हांसी से प्रयागराज पहुंच गया। जहां वह पकड़ा गया।
मामला हिसार के हांसी स्थित विकास नगर का है। जहाँ 20 साल के हिमांशु ने 13 दिसंबर को अपनी मां की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह शव को ठिकाने लगाने की जुगत में लग गया। उसने सूटकेस में लाश को डालना चाहा लेकिन वह पूरी नहीं आ रही थी। हिमांशु ने शव को सूटकेस और बैग में भरने के लिए मां की कई हड्डियां भी तोड़ दीं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस के बाद माँ की लाश लेकर हिमांशु दिल्ली, गाजियाबाद, कानपुर समेत 10 बड़े स्टेशनों से गुजरा, फिर भी जीआरपी को भनक तक नहीं लगी। संसद हमले की बरसी पर अलर्ट के बावजूद हिमांशु करीब 900 किलोमीटर तक मां का शव लेकर हांसी से प्रयागराज पहुंच गया।
इस दौरान उसने तीन जगह से ट्रेन पकड़ी। पहले वह शव को हांसी रेलवे स्टेशन पर लेकर पहुंचा। यहां से ट्रेन पकड़ रेवाड़ी, रेवाड़ी से गाजियाबाद, गाजियाबाद से प्रयागराज पहुंचा। रास्ते में भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, गुरुग्राम, दिल्ली कैंट, पुरानी दिल्ली, गाजियाबाद, अलीगढ़, कानपुर सेंट्रल व प्रयागराज जैसे बड़े स्टेशन हैं, जहां आरपीएफ व जीआरपी का सख्त पहरा रहता है। संसद पर हमले की 22वीं वर्षगांठ को लेकर दिल्ली में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे, लेकिन इस कड़ी में हिमांशु बड़ी ही सहजता से शव को प्रयागराज तक लेकर पहुंच गया और वहां रेलवे स्टेशन पर ऑटो में बैठकर संगम तक भी पहुंच गया।
संगम पर गुरुवार रात में करीब ढाई बजे गश्त करने वाले दो सिपाही बाइक से गुजरे तो देखा कि एक युवक किनारे खड़ा है। उसके पास एक बड़ा सूटकेस और दो बैग थे। पुलिस को देख वह सूटकेस से थोड़ा अलग हट गया। पुलिस वाले उसके पास पहुंचे और पूछा कि इतनी रात को यहां क्या कर रहे हो। उसने बताया कि वह गंगा नहाने आया है। सुबह का इंतजार कर रहा है। जब सूटकेस और दो बैग के बारे में पूछा तो वह घबरा गया। पुलिस वालों का शक बढ़ा तो उसे खोलने को कहा। यह सुनकर युवक भागने लगा। दोनों पुलिसकर्मियों ने उसे दौड़ाकर पकड़ा।
सूटकेस खुलवाया तो उसमें महिला की लाश थी। तुरंत अधिकारियों को सूचना दी गई। सूटकेस के साथ पकड़ा गया युवक गोपालगंज बिहार का रहने वाला हिमांशु कुमार है। उसने बताया कि सूटकेस में उसकी मां प्रतिभा देवी की लाश है। उसने 13 दिसंबर को उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। लाश संगम में प्रवाहित करने आया था ताकि उसकी माँ की आत्मा को शांति मिल सके। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर हिमांशु से अधिकारियों ने पूछताछ की।
जिस मकान में आरोपी अपनी मां के साथ रह रहा था। उस मकान से कुछ दूरी पर एक सीसीटीवी कैमरे में आरोपी के सूटकेस ले जाने का वीडियो रिकॉर्ड हो गया है। सीसीटीवी में 13 दिसंबर की शाम करीब 6 बजकर 50 मिनट पर एक ई-रिक्शा में सूटकेस रखता नजर आ रहा है। आरोपी ने किसी राहगीर से भी सूटकेस को ऑटो में रखवाने के लिए मदद भी मांगी थी। हांसी के सिटी थाना एसएचओ उदयभान गोदारा ने बताया कि उन्हें शुक्रवार रात ढाई बजे दारागंज पुलिस से फोन पर सूचना मिली थी। जिसमें विकास नगर में एक मकान का मौका देखने को कहा गया था। सूचना मिलने पर वह मौका देखने गए थे।
हिमांशु से पुलिस अधिकारियों ने लंबी पूछताछ की। उसने बताया कि इसी वर्ष उसने 12वीं की परीक्षा पास की थी। वह आईआईटी की तैयारी कर रहा है। उसके माता-पिता में अक्सर झगड़ा होता रहता है। खर्चे के पैसे भी नहीं मिल रहे थे। परिवार में हमेशा आर्थिक तंगी रहती थी। वह अपने दोस्तों की तरह खर्च नहीं कर पाता था। मां भी ज्यादा खर्च करने पर टोकती रहती थी। इसलिए वह तनाव में रहता है। युवक ने 13 दिसंबर को अपनी मां से 5 हजार रुपए मांगे थे। उन्होंने रुपये देने से इनकार कर दिया। जिस पर उसका मां से झगड़ा हो गया, इस पर मां ने चांटा मार दिया। और गुस्से में मां की गला दबाकर हत्या कर दी।
रात दस बजे वह प्रयागराज स्टेशन से ई-रिक्शा बुक किया। रात 12 बजे संगम पहुंचा। बैग में शव है इस पर शक न हो इसलिए हिमांशु ने बैग पर परफ्यूम लगा रखा था। आरोपी हिमांशु मां की हत्या कर शव को प्रयागराज में गंगा में बहाने के लिए ले गया। सोचा गंगा में बहाने से मां की आत्मा को मुक्ति मिलेगी, लेकिन पुलिस की सतर्कता से वह मां की आत्मा को मुक्ति दिलाने से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आसपास पड़ोस के लोगों ने बताया कि हिमांशु बहुत कम कमरे से बाहर निकलता था। गली में भी किसी से बात नहीं करता था। बताया जा रहा है कि उसने हांसी में एक लाइब्रेरी भी ज्वाइन कर रखी थी। वह कमरे में पढ़ता रहता था।