रोहतक। पॉडकास्ट ‘भगत सिंह की जेल डायरी’ का चयन प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क रेडियो फेस्टिवल अवार्ड के लिए चयन हो गया है। यह दिल्ली एनसीआर की भोपूवाला क्रिएटिव सॉल्यूशंस द्वारा निर्मित है। गौरतलब है कि ये न्यूयॉर्क रेडियो फेस्टिवल अवार्ड विश्व भर में रेडियो का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है इसीलिए इसे रेडियो का ऑस्कर भी कहा जाता है। इस अवॉर्ड के लिए दुनिया भर के 40 से भी अधिक देशों ने अपनी प्रविष्टियां दर्ज की थी लेकिन ‘बेस्ट परफॉर्मेंस बाई एन एक्टर’ की श्रेणी में केवल ‘भगत सिंह की जेल डायरी’ ने अपनी जगह बनाई।
आपको बता दें कि पॉडकास्ट ‘भगत सिंह की जेल डायरी’ शहीद ए आजम भगत सिंह द्वारा उनके जेल में बिताए गए समय के दौरान लिखे गए कुछ पत्रों पर आधारित हैं जो उन्होंने अपने परिजनों और तत्कालिक समय में राजनायकों को लिखी थी। जिसे भोपुवाला को भगत सिंह के अपने सगे भाई के पोते यदुवेंदर सिंह संधू के सौजन्य से उन्हें मिली थी।
पॉडकास्ट के प्रस्तोता सह लेखक अभिषेक शर्मा ने कहा कि हम बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं कि शहीद भगत सिंह जी कि विचारधारा को दुनिया के समक्ष लाने का हमारा प्रयास सफल होता दिख रहा है। शहीदी दिवस के दिन ये खबर आना इस बात को रेखांकित करता है कि उनके विचार आज भी अमर हैं। भगत सिंह ने ही कहा था कि आप मुझे मार सकते हैं लेकिन मेरे विचारों को नहीं। जो लोग आज विभिन्न कारणों से धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं उन्हें भगत सिंह और उनके जैसे देश के महान सपूतों के योगदान के बारे मे जानना चाहिए, जिन्होंने हमारे आज के देश भारत को बनाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गौरतलब है कि ये खबर तब आई है जब देश के विभिन्न राजनयिक कार्यालयों के समक्ष उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। यह भगत सिंह जैसे एक क्रांतिकारी जिन्होंने तिरंगे के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया के लिए काफी दुखद होता। आपको बता दें भोपूवाला क्रिएटिव सोल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली एनसीआर आधारित एक ऑडियो विसुअल प्रोडक्शन स्टार्टअप है जिसे जेल रेडियोए मानसिक स्वास्थ्य आधारित प्रोग्राम्सए धर्म आधारित प्रोग्राम और देश भर में रेडियो ब्रांडस को सेवाएं देने के लिए जाना जाता है।
पॉडकास्ट ‘भगत सिंह की जेल डायरी’ स्वतंत्रता संग्राम के समय भारत के सबसे चहेते युवा क्रांतिकारी भगत सिंह जी की अंतर्मन की भावनाओं को व्यक्त करता है और उस वक्त 23 वर्षीय क्रांतिकारी के परिवारए साथी और मित्रों के बीच एक भावुक पत्र व्यवहार को प्रस्तुत करता हैए जिसके बावजूद भी भगत सिंह जी का देश के प्रति प्रेम अडिग रहा।