हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा भंडारित सरकारी धान को खुर्द बुर्द करने के आरोप में यमुनानगर की शाकुम्भरी राइस मिल मालिक एवं गारंटरों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता धाराओं के तहत यमुनानगर के थाना प्रतापनगर में एफ.आई.आर दर्ज करवाई गई है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि विभाग को यमुनानगर की इस मिल से भंडारित सरकारी धान के भारी मात्रा में कम होने की मौखिक सूचना प्राप्त हुई थी। इस सूचना पर विभाग की ओर से तुरंत एक्शन लिया गया और जांच करने पर अधिकारियों ने पाया कि शाकुम्भरी मिल से 38 हज़ार से अधिक भंडारित सरकारी धान के कट्टे कम हैं।
इस बारे में ज़्यादा जानकारी देते हुए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राजेश नागर ने बताया कि यमुनानगर की शाकुम्भरी राइस मिल को मिलिंग कार्य हेतु खरीफ वर्ष 2024 – 25 के अंतर्गत 67 हज़ार 759 सरकारी धान के बैग अलॉट किए गए थे। धान के बैग कम होने की सूचना पर तुरंत एक्शन लेते हुए विभाग के अधिकारियों ने मिल की भौतिक जांच की। इस जांच में 38 हजार से अधिक सरकारी धान के कट्टे कम पाए गए जिससे सरकार को 3 करोड़ 29 हज़ार का भारी नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया कि इस मिल के बाकी सरकारी भंडारित धान को ऑक्शन के माध्यम से बेचा जाएगा।